50+ Nature Quotes in Hindi प्रकृति पर अनमोल सुविचार हिंदी में



50+ Nature Quotes in Hindi प्रकृति पर अनमोल सुविचार हिंदी में


प्रकृति जीवन देती है,मानव का सम्पूर्ण जीवन प्रकृति पर ही आधारित है,प्रकृति से ही है जीवन का आधार,इसके बिना सबका जीवन है बेकार।


पुस्तक और प्रकृति से बेहतर दोस्त इस दुनिया में और कोई नहीं।

कुदरत का करिश्मा है,देखो चारों तरफ हरियाली है,हम इनको हैं काटते औरयह करती हमारी रखवाली है। 

जल जंगल जमीन जीवो को जगत में जिंदा रखते हैंऔर यह सब प्रकृति की गोद से उत्पन्न होते हैं..!!

हमारी माँ की तरह होता हे नेचर,ये हमे तब तक नहीं फटकारती जब तक हम गलती नहीं करते।  

फूलों से तुम हँसना सीखो,भंवरों से तुम गाना,दरखत की डाली से सीखों,फल आये तो झुक जाना। 

कभी आसमां में बादल काले,कभी आसमां में सफेदी प्यारी,कभी फूल हैं मुरझा जाते,कभी खिलती है कली प्यारी-प्यारी। 

कुदरत साथ ना दे तो दुनिया साथ नहीं देती,मेरी अपनी ही परछाई धूप आने के बाद मिली।

हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो, तुम एक दरिया हो, लहरों की तरह बहना सीखो I

हम प्रकृति को अपनी आँखों से नहीं, बल्कि अपनी समझ और अपने दिलों से देखते हैं !

प्रकृति से जुड़ाव ही खुद से जुड़ाव है..!!

प्रकृति के नजारे को देखकर हमने जाना है की जिंदगी कितनी हसीन है हम तो बेवजह ही खुदा को कोसते थे..!!

प्रकृति से मिलें है हमको शुद्ध आहार, मत करो प्रकृति के साथ दुर्व्यवहार !

कृति कभी अपनी दी हुई वस्तुओं का अहंकार नही करती,लेकिन उपयोग करने पर सबक जरुर सिखाती है।

जब प्रकृति को कोई काम कराना होता है, तो वो किसी प्रतिभा को जन्म दे देती है !

यह ठंड हवाएँ और यह प्रकृति का आंगन,कितना सुंदर है यह धरती का आंचल।

प्रकृति से कभी दूर मत होना वरना जीवन में अंधेरा आने में समय नहीं लगेगा।

पर्वत से सीखो गर्व से शीश उठाना,सागर से सीखो जी भरकर लहराना,प्रकृति नहीं सिखाती किसी को ठुकराना,इसे बस आता है सबको अपनाना।

प्रकृति की हर एक चीज हमारे लिए बेहतरीन शिक्षक है,वो हमें जीवन के बारे में बहुत कुछ सिखाती है,जितना हम किताबों में  कभी नहीं सीख पाते। 

वो इंसान दुनिया में सबसे धनवान है,जो कम से कम में भी संतुष्ट है,क्योंकि संतुष्टि ही प्रकृति की दौलत है।  

प्रकृति ही है जो इस जीवन में स्वार्थहीन है,वरना मनुष्य तो अपने स्वार्थ के लिए अपनों तक को नहीं छोड़ता।  

पता नहीं हम अपनों से क्यों रिश्तों को तोड़ देते हैं,प्रकृति फिर भी किसी न किसी बहाने हमसे रिश्ता जोड़ लेती है।  

दुनिया में हमें वही मिलता है,जो हम दूसरे को देते है,प्रकृति की ही एक ऐसी व्यवस्था है,जो सिर्फ देती है,बदले में कुछ लेती नहीं। 

जब भी कभी उदास होना तो,निकल पड़ना कुदरत को देखने,जितनी ये खूबसूरत है,आपको भी उतना ही खूबसूरत बना देगी।

जिस दिन प्रकृति नष्ट हो जाएगी,उस दिन ये दुनिया, मनुष्य सब कुछ नष्ट हो जाएगा,इसलिए हमें प्रकृति को नष्ट होने से बचाना है। 

कुदरत को समझो,उस से प्यार करो,उसके पास रहो,यह आपको कभी भी निराश नहीं करेगी।

प्रकृतिभूख लगने पर औरों को खाना खिलाना ये प्रकृति है,इंसानभूख लगने पर दूसरों के खाने को खा जाना ये विकृति है।

बचपन में हमने लगाए थे कुछ पेड़ आज उसी की छाया है,कल हम रहें न रहें पर ये पेड़ रहेंगे यही प्रकृति की माया है।

आओ हम मिलकर पेड़ लगाए,धरती को फिर से स्वर्ग बनाएं।

प्रकृति को सींचोगे तो कल इसका फल जरूर मिलेगा,ये वो रिश्ता है जहाँ कभी धोखा नहीं मिलेगा।

कुदरत को देखने का अपना नजरिया गहरा करें,तो ये दुनिया आपको बहुत खूबसूरत लगने लगेगी।  

जब आप प्रकृति से सच्चा प्यार करते हैं तो,आपको दुनिया की हर जगह, हर चीज खूबसूरत लगेगी।

प्रकृति कहना चाहती है हमसे,बचा है वक्त संभल जाओ अभी से,बहुत हुआ दोहन और चली मनमर्जी,नहीं सुधरे, तो फिर दिखेगी प्रकृति की सख्ती।

पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते,कठिनाई और संघर्ष सहे बिना अच्छे दिन नहीं आते। 

देखो जनाब प्रकृति कायह सुंदर सा नजारा है,इन्ही में सपने और इन्हींमें अपनो का नजारा है! 

प्रकृति को जानिए,आपको हजारों चमत्कार दिखेंगे। 

फिजा में बादल छा रहे हैं,बारिश आने के आसार हैं,हवा मग्न होकर नाच रही है,प्रकृति को दिल से आभार है। 

प्रकृति की सुंदरता ही काफी होती है,हमें तरोताजा रखने के लिए।

प्रकृति एक शिक्षक की तरह होतेजो हमे रोज कुछ न कुछ सिखाती है। 

यदि आप प्रकृति का अध्ययन करते हैं,प्यार करते हैं और प्रकृति के करीब रहते हैं,तो यह आपको कभी निराश नहीं होने देगा। 

क्यूं न सहेज कर रख लें,इस प्रकृति को,आने वाले कल के लिए,आने वाले अपनों के लिए। 

केवल जीना ही काफी नहीं है,जीवन में स्वतंत्रता, ख़ुशी और प्रकृति का आनंद लेना भी जरूरी है। 

प्रकृति के साथ चलोगे तो इतना पाओगे जितना कभी चाहा भी नहीं था। 

हमारी सबसे अच्छी दोस्त ये प्रकृति है,इसे स्वस्थ रखना है तो वृक्षारोपण करोऔर इनका ध्यान रखो। 

धरती गगन, हवा, पवन ये सब प्रकृति के फूल हैं,इनके एहसास ही गुलों की खुशबू और गुलशन का उसूल हैं। 

पेड़ तो मानव जीवन का आधार है,इसको तो संरक्षित करो मेरे यार,प्रकृति से ही है जीवन का आधार,इसके बिना सबका जीवन है बेकार। 

चांद भी कितना बेबस सा लगता है,रंगीन पलों में भी चांदनी बरसाता है,इसीलिए तो इंसानियत के लिएप्रकृति बड़ी खूबसूरत लगती है! 

हमारा लक्ष्य होना चाहिए अपने दिल की धड़कन को ब्रह्माण्ड की धड़कन से मिलाना और अपने सवभाव को प्रकृति से मिलाना। 

यदि आप वास्तव में प्रकृति सेप्यार करते हैं, तो आपको हर जगह सुंदरता मिलेगी। 

प्रकृति में कोई WI-FI नही होता है,पर हृदय से इसका कनेक्शनबहुत मजबूत बनता है! 

प्रकृति अभी भी बरकरार है,तभी तो धरती पर बहार है।

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